Bihar Voting : किसकी बनेगी सरकार ? जानिए पहले चरण की 71 सीटों पर कहां कितने प्रतिशत हुआ मतदान ?

voting in bihar election 2020 
                                      

कैसा होगा बिहार चुनाव का परिणाम ? किसकी बनेगी सरकार ?  जानिए पहले चरण की 71 सीटों पर कहां कितने प्रतिशत हुआ मतदान ? 

Blog Post on Bihar voting by Rajesh Yadav 

Blog Post on Bihar voting :  बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में राज्‍य के 16 जिलों की 71 विधानसभा सिटों पर बुधवार 28 अक्‍टूबर को पहले चरण की वोटिंग में 54.01 फीसदी मतदान हुआ है। इन 71 सीटों पर बिहार में 2015 में हुए चुनाव में भी लगभग इतना ही मतदान ( 54.01) हुआ था । बिहार चुनाव परिणाम  2020 कैसा होगा और किसकी सरकार बनेगी यह तो दस नवंबर को ही पता चलेगा लेकिन इतना तय है कि पहले चरण का मतदान बिहार में बनने वाली अगली सरकार के लिए बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है । पहले चरण की इन 71 सीटों पर जो भी दल या गठबंधन बढ़त बनाने में कामयाब रहता है उसके लिए बिहार चुनाव 2020 की राह विधानसभा में बहुमत के आकडें तक पहुंचने के लिए थोड़ी आसान तो हो ही जाएगी । 

बिहार विधानसभा चुनाव चुनाव 2020 में जिस तरह से दलों ने गठबंधन किया है और कुछ अन्‍य नए दलों ने भी बेहतर चुनाव लड़ा है उस लिहाज से इस बार का मतदान और चुनाव परिणाम थोड़ा रोचक हो सकता है । पिछली बार लालू  प्रसाद यादव की राजद और बिहार के वर्तमान मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार साथ थे और उन्‍होंने बिहार के डीएनए और आरक्षण का बड़ा विषय बनाते  भाजपा (एनडीए ) के खिलाफ चुनाव लड़ा था । भाजपा ने तब अन्‍य छोटे दलों को जोड़कर एनडीए का कुनबा बड़ा बनाकर लाल और नीतीश को चुनौती दी थी । 

बिहार चुनाव : मतदान में वोटिंग प्रतिशत 2015 जैसा ही लेकिन इस बार चुनावी गणित बदला हुआ 

लेकिन इस बार चुनावी गणित बदला हुआ है और मतदान लगभग उतना ही हुआ है,जनता का जनादेश क्‍या है यह तो आने वाली 10 तारीख को ही पता चल सकेगा की बिहार के चुनाव परिणाम किस गठबंधन या दल के पक्ष में जाते हैं । कांग्रेस,राजद और माकपा माले ने मिलकर महागठबंधन बनाकर जनता दल यूनाइटेड, भारतीय जनता पार्टी और वीआईपी तथ हम के एनडीए गठबंधन के खिलाफ जोरदार और असरदार तरीके से चुनाव लड़ा है । दूसरी तरफ चिराग पासवान ने एनडीए से अलग होकर नीतीश कुमार पर जिस तरह से करारे चुनावी हमले किए है लेकिन भाजपा और  मोदी के लिए जिस तरह का नरम रूख दिखाया है उससे भी यह चुनाव थोड़ा रोचक हुआ है, ऐसे में गठबंधन का गणित पर वह क्‍या प्रभाव डालते हैं यह देखना रोचक होगा । 

बिहार चुनाव : छोटे और नए दलों को मिलने वाले वोट प्रतिशत और सीटें कर सकती है बड़ा बदलाव 

 बिहार में कुछ अन्‍य छोटे दलों ने भी गठबंधन किए है, और प्रिया पुष्‍पम चौधरी की पार्टी ने भी अच्‍छा चुनाव लड़ा है और  उन्‍होंने युवाओं और पढें लिखे उम्‍मीदवारों को टिकट देकर बिहार के मतदाताओं के सामने कुछ बेहतर विकल्‍प भी रखे हैं । ऐसे में यह देखना होगा कि छोटे गठबंधन और और प्रिया पुष्‍पम चौधरी की पार्टी कितनी सीट और कितना वोट प्रतिशत अपने पक्ष में कर पाने में सफल होती है ? देखिए जब मतदान 2015 के बराबार ही हुआ है तो इन दलों को मिलने वाला मत महत्‍वपूर्ण हो जाता है क्‍योंकि यह जिसके वोट का नुकसान करेंगे उस दल या गठबंधन को नुकसान हो सकता है। 

बिहार चुनाव : सरकारी नौकरी,विकास और रोजगार की बात तो हुई पर क्‍या जाति से परे जाएगा वोटर

 बिहार चुनाव का पहला चरण का मतदान समाप्‍त हो गया है और बिहार का चुनाव परिणाम क्‍या होगा इस बात को लेकर क्‍यासबाजी भी शुरु हो गई हैं । राजद और कांग्रेस के महागठबंधन ने दस लाख सरकारी नौकरी, विकास की बात पर चुनाव  लड़कर बदलाव की बात की है, वह नया बिहार बनाने की बा त कर रहे हैं,दूसरी तरफ प्रिया पुष्‍पम की पार्टी भी आर्थिक रूप से 30 साल से बदहाल बिहार की बात कर रही हैं और बिहार के 30 साल के लॉकडाउन को फिर से खोलने की बात करते हुए अपने लिए एक अवसर जनता से मांग रही है, वह जाति से परे जाकर चुनाव लड़ रही हैं । भाजपा ने भी मोदी के नाम  पर चुनाव लड़ते हुए रोजगार और विकास की बात कहीं है । विकास के मामलें पर नीतीश पर कई दल हमला कर रहे हैं और चिराग पासवान ने भी बिहार के बदहाली के लिए नीतीश कुमार को जिम्‍मेदार बताया है । लेकिन इन सब बातों से परे देखा जाए तो बिहार के पिछले कुछ चुनावों में जाति का समीकरण जमकर चलता है और उम्‍मीदवारों की हार जीत में जातिय गणित का बहुत बड़ा हाथ होता है । कागज पर मत प्रतिशत की बात की जाए तो एनडीए गठबंधन परपरागत मतदान होने पर जाति के समीकरण में वोट प्रतिशत के मामलें में महागठबंधन पर भारी पड़ सकता है । 

लेकिन इस बार विपक्ष ने शिक्षा, सरकारी नौकरी और नए बिहार के बदलाव पर चुनाव लड़कर बिहार के लोगों को सोचने के लिए और बदलाव के लिए एक विकल्‍प पेश कर मामला रोचक बना दिया है । ऐसे में कल हुआ मतदान प्रतिशत बहुत मायने रखता है और जनता के मन में क्‍या है यह तो आने वाले दस नवंबर को ही पता चल सकेगा ? कई सीटों पर उम्‍मीदवारों की हार जीत में बहुत कम अंतर भी रह सकता हैं ऐसे में आइए जानते हैं 28 अक्‍टूबर को हुए मतदान में कहां कितने प्रतिशत मतदान हुआ है : 

बिहार विधानसभा चुनाव पहले चरण की 71 सीटों पर कहां कितने प्रतिशत हुआ मतदान 

भागलपुर : जिले की 2  विधानसभा सीटों पर 54.20 फीसदी वोट डाले गए 

1. कहलगांव विधानसभा क्षेत्र  :  भागलपुर जिले के कहलगांव विधानसभा क्षेत्र मे 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में 54.10 प्रतिशत वोट पड़ा है । मतदान का यह प्रतिशत 2015 के चुनाव से 57.48 फीसदी से कम और 2010 के 51.25 प्रतिशत से 3 फीसदी ज्‍यादा है । यह तीन फीसदी वोटों का अंतर बड़ा प्रभाव डाल सकता है । 

2 सुल्‍तानगंज पिधानसभा : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में सुत्‍तानगंज में 54.30 प्रतिशत मतदान हुआ है और यह 2015 के चुनाव 40.06 से लगभग 4 फीसदी अधिक है । मतदान प्रतिशत में यह बदलाव जिसके पक्ष में जाएगा उसका फायदा होने की संभावना है । 

बिहार का बांका जिला  : जिले की 5 प्रमुख विधानसभा सीट पर 2020 में कुल 59.57 प्रतिशत मतदान हुआ 

3. अमरपुर विधानसभा : 57 फीसदी वोटिंग हुई हैं, जो 2015 से डेढ़ फीसदी अधिक है । 2015 में यहां 55.60 फीसदी मतदान हुआ था । लेकिन 2010 के विधानसभा चुनाव से इसकी तुलना करें तो लगभग 7 फीसदी का अंतर है,तब 49.68 फीसदी लोगों ने वोटिंग की थी । 

4.धोरैया विधानसभा सुरक्षित : यहां जबरदस्‍त तरीके से 62.50 फीसदी लोगों ने वोटिंग की है जो 2015 की तुलना में 5. 50 फीसदी अधिक है । 2015 में यहा 5760 फीसदी वोटिंग हुई थी । मतदान में यह बदलाव किस के पक्ष में जाएगा यह एक बड़ा बदलाव का संकेत हो सकता है । 

5. बांका विधानसभा : भागलपुर की बांका विधानसभा में इस बार 6097 फीसदी वोटिंग हुई है जो 2015 से अधिक है । 2015 में यहां  58.02 फीसदी मतदान हुआ था । लेकिन सबसे 2010 से तुलना करें तो यहां केवल 52.428 फीसदी मतदान हुआ था ।  

6. कटोरिया विधानसभा (सुरक्षित ) :  2020 के चुनाव में कटोरिया की जनता वोट देने के लिए बाहर निकली है और इस बार यहां 2015 के 56ण्‍85 फीसदी से लगभग 3 फीसदी ज्‍यादा 6084 फीसदी वोटिंग हुई है । बढ़ा हुआ मतदान उम्‍मीदवारों की धड़कने बढा रहा है 1 2010 के मतदान के ट्रेड से तुलना करें तो यह लगभग 15 फीसदी अधिक है । 

7. बेलहर विधानसभा चुनाव : बिहार के 2020 के चुनाव में बेलहर की 56.98 प्रतिशत जनता ने वोट किया है । यह मतदान प्रतिशत 2015 के बिहार चुनाव 54.52 से 2 प्रतिशत अधिक है। हालांकि 2010 के चुनाव मतदान प्रतिशत 44.07 से यह काफी अधिक है । 


टिप्पणियाँ