TIKTOK Ban : अमेरिका ने टिक टॉक और WE CHAT पर प्रतिबंध लगाया, ट्रंप सरकार का बड़ा फैसला

Trump bans TikTok and we chat from US app Store

  TikTak और WE CHAT पर अमेरिका में प्रतिबंध   

Trump bans TikTok and we chat from US app Store : अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप प्रशासन द्ववारा शुक्रवार सुबह एक बड़ा फैसला लिया गया जिसके अनुसार चाइनीज कंपनी के वीडियो एप टिक टॉक (TikTak) और मैसेजिंग एप वी चैट (WE CHAT) पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रतिबंध के अनुसार   टिक टॉक (TikTak) और मैसेजिंग एप वी चैट (WE CHAT)यूएस एप स्‍टोर (US APP STOR) से हटाने का आदेश जारी कर दिया  गया है । ट्रप प्रशासन का यह आदेश दोनों एप पर  20 सितंबर से लागू हो जाएगा ।  हालाकिं ट्रप प्रशासन द्ववारा जो आदेश जारी किया गया है उसमें टिक टॉक (TikTak)  के लिए थोड़ी सी राहत की बात यह है कि अगर 12 नवंबर तक डाटा संबंधित जिस सुरक्षा का जिक्र करते हए प्रतिबंध लगाया गया है अगर उस पर टिक टॉक कुछ ठोस हल खोज लेता है और अमेरिकी प्रशासन की चिंताओं को दूर कर देता है तो उस  पर से प्रतिबंध हटाने पर विचार किया जा सकता है । गौरतलब है कि अमेरिका में यह दोनों एप बहुत लोकप्रिय है और लगभा 100 मिलियन उपभोक्‍ता इन दोनों एप का उपयोग वहां करते रहे हैं। 

TikTok and we chat  पर आखिर अमेरिका ने क्‍यों प्रतिबंध लगाया ? why is tiktok being banned ? 

why is tiktok being banned : कुछ दिन पहले ही अमेरिकी ट्रप प्रशासन ने टिक टॉक (TikTok) और वी चैट(WE CHAT) एप का जिक्र करते हुए अमेरिकी नागरिकों के डाटा सुरक्षा को लेकर चिंता प्रकट की थी। अमेरिका को लगता है कि इन दोनों कंपनियों के पास जो अमेरिका के लोगों का डाटा जा रहा है वह चीन की कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के हवाले लग सकता है, इससे अमेरिका और उसके नागरिकों के हितों की सुरक्षा को बढ़ा खतरा हो सकता है । ट्रप प्रशासन के वाणिज्‍य मंत्रालय द्ववारा जो आज प्रतिबंध लगाया गया है वह इसी संदर्भ में लिया गया एक महत्‍वपूर्ण और बड़ा फैसला माना जा रहा है। 

 टिक टॉक (TikTok) और वी चैट (WE CHAT) पर प्रतिबंध  का क्‍या असर होगा

ट्रप प्रशासन द्ववारा जारी आदेश 20 सितंबर से दोनों कंपनियों पर लागू हो जाएगा । अमेरिकी मीडिया के अनुसार ट्रप प्रशासन वी चैट (WE CHAT) पर कुछ और भी महत्‍वपूर्ण कठोर फैसले इस संबंध में रविवार को जारी कर सकता है । टिक टॉक (TikTok) और वी चैट पर प्रतिबंध लगाए जाने और यूएय एप स्‍टोर से हटाये जाने के बाद अब कोई भी अमेरिकी नागरिक 20 सितंबर के बाद से इन दोनों एप को डाउनलोड (tiktok download) नहीं कर पाएंगे। न्‍यूज एजेंसी रायटर्स के अनुसार एप्‍पल और गूगल जैसी कंपनिया भी अमेरिका के उपभोक्‍ता को यह एप उपलब्‍ध नहीं करा सकती है,हालांकि उनको इस बात के लिए छूट है कि वह अपने एप स्‍टोर द्ववारा दुनिया के अन्‍य देशों के उपभोक्‍ता को  टिक टॉक (TikTok) और वी चैट की सुविधा जारी रख सकती है। 


टिक टॉक पर प्रतिबंध : टिक टॉक के सीईओ ने इंस्‍टाग्राम और फेसबुक चीफ से मदद की अपील की 

टिक टॉक के अंतरिम सीईओ Vanessa Pappas ने अमेरिकी प्रशासन द्ववारा लगाए गए प्रतिबंध को अभिव्‍यकित की आजादी पर हमला बताया । इंस्‍टाग्राम और फेसबुक सीईओ को प्रतियोगिता भूल कर साथ आने का निमत्रंण दिया । उन्‍होने इंस्‍टाग्राम के हेड  Adam Mosseri  को ट़वीट करते हुए कहा कि अिक टॉक पर लगा प्रतिबंध फेसबुक,इंस्‍टाग्राम और इंटरनेट समुदाय के लिए बहुत बुरा है।

टिक टॉक के सीईओ ने इंस्‍टाग्राम और फेसबुक से मदद की अपील की, प्रतिबंध को अभिव्‍यक्ति की आजादी पर प्रहार बताया और पूरे इंटरनेट समुदाय के लिए खतरनाक बताते हुए कहा कि हमें आपस की प्रतियोगिता को भूलकर अभिव्‍यक्ति की आजादी के लिए साथ आना होगा । उन्‍होने फेसबुक चीफ मार्क जुकरबर्ग से अपील की के सार्वजनिक रूप से हमारे साथ आइए और हम पर लगाए जा रहे प्रतिबंध और मुकदमों में हमारा साथ दीजिए।  

टिक टॉक (TikTok) : दो बड़े देशों ने लगाया प्रतिबंध  

गौरतलब है कि इससे पहले भारत सरकार ने भी देश की सुरक्षा का हवाला देते हुए  टिक टॉक (TikTok) और वी चैट समेंत कई एप पर प्रतिबंध लगा दिया था। अब जबकि भारत और अमेरिका दो बड़े देशों ने टिक टॉक (TikTok) पर प्रतिबंध लगा दिया है ऐसे में टिक टॉक (TikTok) के व्‍यापार पर गहरा असर पड़ना तय माना जा रहा है । भारत और अमेरिका दो ऐसे देश थे जहां टिक टॉक का उपयोग करने वाले सबसे अधिक उपभोक्‍ता थे। 

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