
फिल्म समीक्षा: अवतार
लेखक , निर्देशक : जेम्स कैमरॉन
कलाकार : सैम वर्दिगगटन, सिगोनी वीवर
रनटाइम : १६२ मिनट
साउंड मिक्स : डॉल्बी डिजीटल
जेनर: एक्शन, विजन -फंतासी, रोमांच, थ्रीलर
अवतार अद्भुत और भव्य फिल्म है जिसके लिए फिल्म के निर्देशक जेम्स कैमरॉन को साधुवाद दिया जा सकता है। फिल्म में रोमांच है, अमेजिंग स्पेशल इफेक्ट है और पैंडोरा का स्वपनील संसार है। इस फिल्म में ऐसा बहुत कुछ है जिसे आप बार-बार देखना पंसद करेंगे , कम से कम निर्देशक जेम्स कैमरॉन की सोच के जादू को आप नकार नहीं सकतें। इस फिल्म को आप २१ वी सदी की स्टार्सवार श्रेणी की फिल्म मान सकते है जो सिनेमा की कई बातों को बदलने जा रही है। टाइटैनिक में जेम्स कैमरॉन ने समुद्र की लहरों पर एक भव्य फिल्म बनाई थी और इस बार आसमानी संसार में बसे पैंडोरा के जंगलों में एक सपनों भरे संसार को दिखाने का प्रयास किया है।
लेखक , निर्देशक : जेम्स कैमरॉन
कलाकार : सैम वर्दिगगटन, सिगोनी वीवर
रनटाइम : १६२ मिनट
साउंड मिक्स : डॉल्बी डिजीटल
जेनर: एक्शन, विजन -फंतासी, रोमांच, थ्रीलर
अवतार अद्भुत और भव्य फिल्म है जिसके लिए फिल्म के निर्देशक जेम्स कैमरॉन को साधुवाद दिया जा सकता है। फिल्म में रोमांच है, अमेजिंग स्पेशल इफेक्ट है और पैंडोरा का स्वपनील संसार है। इस फिल्म में ऐसा बहुत कुछ है जिसे आप बार-बार देखना पंसद करेंगे , कम से कम निर्देशक जेम्स कैमरॉन की सोच के जादू को आप नकार नहीं सकतें। इस फिल्म को आप २१ वी सदी की स्टार्सवार श्रेणी की फिल्म मान सकते है जो सिनेमा की कई बातों को बदलने जा रही है। टाइटैनिक में जेम्स कैमरॉन ने समुद्र की लहरों पर एक भव्य फिल्म बनाई थी और इस बार आसमानी संसार में बसे पैंडोरा के जंगलों में एक सपनों भरे संसार को दिखाने का प्रयास किया है।
फिल्म में दिखाया गया है की सेना के लोग वैज्ञानिक की मदद से मानव और पैंडोरा (दूसरी दूनियां) में रहने वाली नैवी प्रजाती के डीएन से मिलाकर एक नया डीएन बनाते है। इसके माध्यम से वह एक ऐसा अवतार तैयार करते है जो पैंडोरा में रहने वाले लोगों से हूबहू मिलता है। इसके बाद एक जैक सुली (सैम वर्दिगगटन) का अवतार पैंडोरा के जंगलों में जाने में कामयब होता है जहां उसकी मुलाकात नेतिरी (सिगोनी वीवर) से होती है। जैक अपनी वास्तविक संसार में विकलांग रहता है लेकिन अवतार के रुप में वह कई शक्तियों का मालिक हो जाता है।
धीरे-धीरे जैक वहां के लोगों का दिल जीत लेता है और नेतिरी से उसको मोहब्बत हो जाती है। इधर धरती के कंमाडर जल्द से जल्द पैंडोरा के जंगलों पर कब्जा कर वहां दबे प्रचुर धन संपदा का दोहन करना चाहते है। जैक जो कि अवतार में बदल चुका है समय समय पर अपने मूल रुप में आता रहता है और कमांडर और वैज्ञानिकों से अपनी बातें वीडियोलॉग के माध्यम से बताता रहता है।
वह बताता है कि नैवी प्रजाती के लोग अपनी प्रकृ ति से बेहद जुड़े है जिसमें जीवन का अद्भुत जुड़ाव है इसलिए पैंडोरा के जंगलों पर हमला करना गलत होगा। लेकिन मूडी कमांडर ये सब नहीं मानता है। इन हालातों में अवतार अपनी धरती की सेना से बगावत कर देता है और कुछ जीव वैज्ञानिक और सेना के अन्य लोग भी पैंडोरा को बचाने के लिए धरती की सेना से लड़ जाते है। अवतार इसके साथ ही आकाश के पंक्षियों, जगल के सभी जीवों और नैवी प्रजाती के सभी लोगों को साथ लेकर सेना से भिड़ जाता है और जगंल के असली दावेदारों की जीत होती है।
फिल्म में स्पेशल इफेक्ट, म्यूजिक स्कोर बेहद शानदार है इसके साथ ही फिल्म का दूसरे हॉफ में घटनाक्रम जिस तेजगति से बढ़ता है वह प्रभाव छोड़ने वाला है। फिल्म के माध्यम से निर्देशक ने जंगल के असली दावेदार की बात रखने की जो कोशिक की है वह बेजोड़ है। आकाश के पंछियों का युद्धरत फाइटर प्लेनों पर हमला हो या जंगल के जीवों का रोबोटो पर हमला सब एक संदेश छोड़ते है।
जेम्स ने जब टाइटैनिक बनाई थी तो उसमें जक मुख्य पात्र था और अवतार में भी जैक सुली ही खास पात्र था। टाइटैनिक में जब जैक की मौत होती है तो सिनेमा हॉल में बैठा दर्शक भावनाओं के ज्वार भाटे में बहता है लेकिन अवतार में जैक को रुपांतरित होते हुए देखना एक अलग अनुभव है। अवतार साल 2००९ की की एक बेहतरीन फिल्म है जो कई नई उम्मीदों को जगाती है।
रेटिंग : ****(4/5)
Rajesh yadav
रेटिंग : ****(4/5)
Rajesh yadav
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