अलविदा 'काका' ....




हिन्दी फिल्म जगत के पहले सुपर स्टार राजेश खन्ना का आज मुंबई में निधन हो गया है। उनके अंतिम समय में उनकी पत्नी डिपंल, दोनों बेटियां और दामाद अक्षय कुमार सहित पूरा परिवार मौजूद था। उनके निधन से बॉलीवुड सहित करोड़ों सिनेमा प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई है। अपनी सुपरहिट और ब्लॉकब्स्टर फिल्मों और रोमांस के जादू भरे सम्मोहन में डूबे अभिनय के दम पर बॉलीवुड के इस पहले सुपर स्टार राजेश खन्ना का 70 साल की उम्र में निधन हो गया है।

24 साल के उस लड़के को उसकी किस्मत मुंबई लाई थी, फिर रोमांस का एक जादू चला और जो कभी जतिन था राजेश खन्ना के नाम से बॉलीवुड में छा गया। आखिरी खत से फिल्मी जीवन शुरु हुआ और कुछ सालों में ही राजेश के अभिनय और रूमानी अंदाज ने उनकों ऐसा कलाकार बना दिया जिसकी जिसके आगे स्टॉर शब्द भी छोटा लगने लगा और इस तरह से बॉलीवुड को उसका पहला सुपर स्टॉर मिल गया। दरअसल राजेश के बचपन का नाम जतिन था और एक टैलंट शो का विजेता बनने के बाद उनकों बॉलीवुड में अपनी किस्मत अजमानें का मौका मिला था।


29 दिसबंर 1942को जन्में राजेश खन्ना ने मात्र 24साल की उम्र में बॉलीवुड में प्रवेश किया था। सिलसिला आखिरी खत से शुरु हुआ और राज, बहारों के सपने, अराधना, दो रास्ते , कटी पंतग और सफर की फिल्मों की सफलता का आलम यह था कि बॉलीवुड में उनकी एक अलग पहचान बन गई। 1969 से 1972 के बीच राजेश खन्ना ने 15 सिल्वर जुबली फिल्में देकर एक ऐसा रिकार्ड बनाया जिसे आज तक कोई छू भी नहीं पाया है। राजेश को सुपर सितारा कहा जाने लगा, कहा जाता है कि लड़कियां उनके सम्मोहन में कुछ इस कदर दिवानी थी कि खून से लिखे खत भेजती थी और उनकीं कारों को चूमने में भी उनकी प्रशंसकों को कोई झिझक नहीं होती थी।


आन्नद, सच्च झूठा, अमर प्रेम जैसी फिल्मों में उनका बेहतरीन अभिनय अपने उफान पर था और अपनी संवाद अदायगी, बोलने का अलहदा अंदाज लोंगो को सबसे अलग और सबसे जुदा लगे। राजेश खन्ना का फिल्मी जीवन एक पहली की तरह है उनकों बेहद कम समय में एक ऐसी सफलता मिली जिसकी उस वक्त कोई कल्पना नहीं कर सकता था लेकिन सफलता के इस माउंट एवरेस्ट पर इस सुपर सितारे ने बहुत कम साल ही राज किया और अमिताभ बच्चन के आगाज होने के साथ ही उनका क्रेज धीरे धीरे कम होता गया। फिल्मी जीवन से अलग राजनीति में भी उन्होंने धमाकेदार प्रवेश किया था और पहले भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी को कड़ी टक्कर दी और बाद में 1991 से 1996 के दौरान सांसद भी रहे।फिल्म अवतार से एक बार लगा कि काका वापसी करने जा रहे है लेकिन इस भावनात्मक फिल्म के बाद वे कोई बड़ी फिल्म नहीं दे सकें।


प्यार की किताब रूपी जिंदगी में राजेश को अंजू महेन्द्रू से खासा लगाव था लेकिन कुछ बातों पर अनबन के चलते यह दोस्ती खत्म सी हो गई। लेकिन बॉबी फिल्म से हिट हुई डिंपल कपाड़िया के दिल पर भी काका राज करते थे और डिंपल की खूबसूरती के कायल काका ने विवाह किया। दोनों की जिंदगी में दो खूबसूरत बेटिंया भी आई। समय के साथ काका का स्टॉरडम कम होता गया और बाद में डिंपल के साथ भी रिस्तों में वह बात नहीं रही और दोनों ने आपसी सहमति से अलग होने का फैसला किया। इसके बाद काका की जिंदगी में उनकी खास और सबसे राजदार दोस्त बनीं टीना मुनीम, लेकिन इस दोस्ती में भी ठहराव नहीं था। दरअसल राजेश खन्ना की जिंदगी में ऐसा बहुत कुछ है जिसकी कल्पना आप आदमी नहीं कर सकता शायद इसी लिए तो कभी कहा जाता था ऊपर आका नीचे काका।
RAJESH YADAV

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