दिल की किताब में लवआजकल


लव आज कल में वीर सिंह एक ऐसे युवक के रुप में है जो हर्लिन कौर को देखकर प्यार के समंदर में खो जाता है। इस जन्म में और अगले हर जन्म में यही मेरी वोट्टी बनेगी को दोहराते हुए हर्लिन के प्यार में दिवाना हो जाता है।

एक छोटा सवाल , प्यार क्यों होता है? क्योंकि आपके सीने में एक दिल है और उस ऊपर वाले ने इसे हर इंसान को दिया है, बिना किसी भेदभाव के। अब जब प्यार की बात निकली है तो उस मंजर की बात कर लेते है जब इंसान के दिल में प्यार के इस ज्वार भाटा का विस्फोट होता है, दरअसल जब प्यार किसी को होता है तो सुना है उसकी रातों की नींद और दिन का चैन खो जाता है। दरअसल प्यार के जादू का असर होता ही कुछ खास है।

लेकिन कुछ लोगों का इस दुनियां में ऐसा मानना रहा है कि रोमियो -जूलियट, हीर - रांझा और लैला -मजनू के किस्से बस किताबों में ही रह गए है और हकीकत की दुनियां में चाहत और मोहब्बत जैसी बातें अब बेमानी हो चुकी है। संसार में प्रेमी हमेशा रहे है और रहेगें और ऊपर वाला जब तक लोगों के सीने मे खूबसूरत दिल देता रहेगा तब तक बसंत - बहार के बाद प्यार का मौसम आता रहेगा। दरअसल दिल बेहद खुदगर्ज होता है और आपके हाथ से फिसल कर कब किसी का हो जाए आप खुद भी नहीं समझ सकते।

कुछ लोग प्यार के लिए मिसाल बन जाते है और कुछ इसे बस एक खेल समझ लेते है यह एक सच है और इसे आप झुठला नहीं सकते। एक सिक्के के हेड और टेल, जिंदगी के सुख और दु:ख, और समय के दिन और रात की बेला की तरह प्यार भी दो रुपों में सामने आता है जहां एक तरफ प्रेम के लिए जान देने की जिद है तो दूसरी तरफ इसे खेल मानकर भावनाओं के साथ छलावा भी देखा जाता रहा है। खासकर आजकल का युवा समाज प्यार में शार्ट कट के फामरूलें को अपना रहा है और बंधनों से दूर भागने की कोशिश करता नजर जरुर आता है, लेकिन यह तस्वीर का एक पक्ष है जरा इस युवा दिल में एक बार झांककर देखिए वहां प्यार की वह कशिश और उत्तेजना जरूर दिखलाई पड़ जाएगी। आज की पीढ़ी भावना से परे जाकर फैसले लेने की जिद जरुर करती है लेकिन प्यार का ज्वार भाटा तो यहां भी है क्योंकि ऊपर वाले उस खुदा ने जो अक्सर मंदिरों -मस्जिदों में मिला करता है दिल बांटने में जरा भी कंजूसी नहीं की है।

प्यार के आज और कल में समय के साथ बहुत कुछ बदला है अगर नहीं बदला है तो प्यार की भाषा। दरअसल प्यार की भाषा शब्द रहित होती है और आंखों के रास्ते दिल तक इस प्यार का असर होता है। जहां लिखना हो प्यार वहां ताजमहल भी लिखा जा सकता है दरअसल यह प्यार के उस जादू का असर है जिसके दम पर पत्थरों से भी प्यार की संवेदना लोगों के दिलों तक पहुंच जाती है। इंसान की जिंदगी में सबसे कीमती अगर कोई चीज होती है तो वह खुद जिंदगी ही है और इस जिंदगानी में प्यार की कहानी का भी दिल से रिश्ता रहा है। दिल से प्रेम का यह रिश्ता कल भी रहा है और आज भी है और कल भी रहेगा। दिल की किताब के कुछ पन्ने बड़े हसीन होते है लेकिन इन किताबों में दर्द का भी एक रिश्ता रहा है। इसलिए कहता हूं ये दोस्त किताबें यू नां पढ़ा करो सुना है यह भी दर्द बेचती है।

राजेश यादव

टिप्पणियाँ